सनातन संस्कृति के अनुसार, प्रत्येक वर्ष चातुर्मास( Chaturmas ) अर्थात चार माह के लिए सभी तरह के शुभ मुहूर्त( Shubh Muhurat ) वाले मांगलिक कार्य बंद हो जाते हैं। इस वर्ष भी 17 जुलाई से सभी मांगलिक कार्य बंद हो जायेगें। क्योकि हिन्दू कैलेंडर के अनुसार अगले चार माह तक कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं है। इस लेख में आप यह जानने का प्रयास करेंगे कि आखिर क्यों चातुर्मास में सभी मांगलिक कार्य बंद रहेंगे और चातुर्मास में कोई शुभ मुहूर्त क्यों नहीं होता? और विशेष कौन-कौन-से शुभ मांगलिक कार्य बंद रहते हैं ?
चातुर्मास में मांगलिक कार्य क्यों नहीं होंगे ? और चातुर्मास में कोई शुभ मुहूर्त क्यों नहीं होता है ?
धार्मिक मान्यताओँ के अनुसार, संसार के संचालक भगवान विष्णु देवशयनी एकादशी ( Devshayani Ekadashi 2024 ) के दिन चार माह के लिए योगनिद्रा में चले जाते हैं।
और उसके चार माह के बाद वे देवउठनी एकादशी के दिन योगनिद्रा से बाहर आते हैं।
इसीलिए चातुर्मास( Chaturmas ) अर्थात चार माह के लिए सभी मांगलिक कार्य बंद रहेंगे और इस बीच कोई भी शुभ मुहूर्त तिथि( Shubh Muhurat Tithi ) नहीं है।
यह भी माना जाता है कि चातुर्मास में किया गया कोई भी शुभ कार्य, फलदायी नहीं होता है।
देवशयनी एकादशी कब है?( When is Devshayani Ekadashi? )
इस वर्ष 17 जुलाई के दिन आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकादशी है।
इसीलिए 17 जुलाई से सभी मांगलिक कार्य चातुर्मास के लिए बंद हो जायेंगे।
धार्मिक ग्रंथो के अनुसार, चातुर्मास के चार महीने धर्म, संस्कृति, सेहत और परंपरा के प्रतीक हैं, जो इन्हें एक सूत्र में पिरोते हैं।
चातुर्मास में कौन से शुभ कार्य बंद रहते हैं? ( Which auspicious works remain closed during Chaturmas )
चातुर्मास ( Chaturmas ) में विशेषकर शादी – विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, भूमि पूजन, जनेऊ आदि जैसे सभी मांगलिक कार्य बंद रहते हैं।
वैसे आपको बताते चलें, कि चातुर्मास में संसार का संचालन भगवान शिव करते हैं। इसीलिए चातुर्मास में आने वाले सभी व्रत और त्यौहारों का भी अपना एक खास महत्व होता हैं।
कब तक बंद रहेंगे मांगलिक कार्य ?
चातुर्मास आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि अर्थात 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी से शुरू होगा।
और चार माह के बाद कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि अर्थात 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी( Devshayani Ekadashi 2024 ) के दिन समाप्त होगा।
देवउठनी एकादशी के दिन ही भगवान विष्णु चार माह के बाद योग निद्रा से बाहर आते हैं।
जुलाई के बाद शुभ मुहूर्त कब शुरू होंगे?
17 जुलाई के बाद शुभ मुहूर्त 12 नवंबर को फिर से शुरू होंगे।
जिसके बाद सभी मांगलिक कार्य जैसे; शादी-विवाह , मुंडन, जनेऊ, गृह प्रवेश, भूमि पूजन आदि पुनः शुरू हो जायेंगे।
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