Legal Documents for Marriage

Legal Documents for Marriage: भारत में विवाह के लिए आवश्यक कानूनी दस्तावेज 

विवाह के माध्यम से एक स्थिर परिवार की नींव पड़ती है जिसमें दो व्यक्तियों को समाज में पति-पत्नी होने का अधिकार मिलता है। विवाह दो व्यक्तियों, दो दिलों एवं दो आत्माओं का स्थाई मिलन होता है ,विवाह हेतु हर कोई विचार करता है, परंतु वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए हमें विवाह को धार्मिक एवं सामाजिकआधारों के साथ-साथ कानूनी आधारों को भी पूर्ण करना महत्वपूर्ण हो गया है। जिससे उनके जीवन को सुरक्षित एवं खुशहाल बनाया जा सकता है। कानूनी दस्तावेजों(Legal Documents for Marriage) के महत्व को हम निम्न बिंदुओं के माध्यम से समझ सकते है- 

जब एक भारतीय किसी दूसरे भारतीय से विवाह करता है(When an Indian marries another Indian)

जब एक भारतीय किसी दूसरे भारतीय से विवाह करता है तो उसके लिए आवश्यक कानूनी दस्तावेज(Legal Documents) निम्नलिखित है: 

1. जन्म प्रमाण पत्र(Birth Certificate): 
दोनों पक्षों के जन्म प्रमाण पत्र की प्रमाणित प्रति अनिवार्य होता है।

2. पहचान प्रमाण(Identity Proof):
सरकार द्वारा जारी किसी वैध प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है,जैसे- ड्राइविंग लाइसेंस ,पासपोर्ट, आधार कार्ड इत्यादि।

3. शादी का प्रमाण(Proof of Marriage):
पत्रशादी के उपरांत शादी का प्रमाण पत्र अवश्य प्राप्त करें जो की शादी के अधिकारी द्वारा जारी किया जाता है।

5. साक्षी प्रमाण पत्र(Witness Proof):
दो साक्षियों के हस्ताक्षर वाला प्रमाण पत्र, जो शादी के समय उपस्थित थे।

उपरोक्त दस्तावेजों के अलावा विवाह पंजीकरण प्रमाण पत्र(Marriage Registration Certificate) एवं पति /पत्नी का नाम परिवर्तन प्रमाण पत्र के साथ-साथ यदि आपको संयुक्त खाता रखना हो तो संयुक्त बैंक खाता प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है।

भारत में दूसरे धर्म में शादी करने के लिए आवश्यक कानूनी दस्तावेज(Legal documents required to get married in another religion in India) 

भारत में दूसरे धर्म में शादी करने के लिए आवश्यक कानूनी दस्तावेज़(Legal Documents for Marriage) निम्न हैं- 

1. जन्म प्रमाण पत्र(Birth Certificate):
दोनों पक्षों के जन्म प्रमाण पत्र की प्रमाणित प्रति अनिवार्य।

2. पहचान प्रमाण(Identity Proof):
सरकार द्वारा जारी वैध पहचान पत्र (ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, आधार कार्ड इत्यादि)

3. धर्म परिवर्तन प्रमाण पत्र(Religious Conversion Certificate):
दोनों पक्षों में यदि कोई पक्ष धर्म परिवर्तन करना चाहता है, तो धर्म परिवर्तन प्रमाण पत्र आवश्यक है।

4. विशेष विवाह अधिनियम के तहत अनुमति(Permission under Special Marriage Act):
यदि दोनों पक्ष विशेष विवाह अधिनियम के तहत शादी करना चाहते हैं, तो विशेष विवाह अधिनियम के तहत अनुमति आवश्यक है।

8. धर्मगुरु का प्रमाण पत्र(Religious Leader’s Certificate):
यदि दोनों पक्ष किसी विशेष धर्म के अनुसार शादी करना चाहते हैं, तो धर्मगुरु का प्रमाण पत्र आवश्यक है।

इसके अलावा शादी प्रमाण पत्र ,नोटरी प्रमाण पत्र एवं साक्षी प्रमाण पत्र इत्यादि की आवश्यकता होती है।

भारत में तलाकशुदा से शादी करने के लिए आवश्यक कानूनी दस्तावेज(Legal documents required to marry a divorcee in India)

भारत में तलाकशुदा के साथ शादी करने के लिए आवश्यक कानूनी दस्तावेज़(Legal Documents for Marriage) निम्न हैं- 

1. जन्म प्रमाण पत्र(Birth Certificate):
दोनों पक्षों के जन्म प्रमाण पत्र की प्रमाणित प्रति अनिवार्य।

2. पहचान प्रमाण(Identity Proof):
सरकार द्वारा जारी वैध पहचान पत्र जैसे -आधर कार्ड इत्यादि।

3. तलाक प्रमाण पत्र(Divorce Certificate):
तलाकशुदा व्यक्ति का तलाक प्रमाण पत्र अनिवार्य होता है,जो अदालत द्वारा जारी किया जाता है।

4. दूसरे विवाह की अनुमति(Permission for Second Marriage):
यदि तलाकशुदा व्यक्ति का पहला विवाह अभी भी वैध है, तो दूसरे विवाह हेतु अदालत से अनुमति लेनी होगी।

इसके अलावा शादी का प्रमाण पत्र ,नोटरी प्रमाण पत्र एवं साक्षी प्रमाण पत्र इत्यादि अनिवार्य होता है।

5. विवाह विच्छेद का प्रमाण पत्र:
यदि तलाकशुदा व्यक्ति का  प्रथम विवाह विच्छेद के कारण समाप्त हुआ है, तो विवाह विच्छेद का प्रमाण पत्र आवश्यक होता  हैं।

निष्कर्ष(Conclusion)

उपरोक्त सभी परिस्थितियों में विवाह को कानूनी मान्यता देना(Legalize Marriage) अनिवार्य है, जिसका प्रमाण “मैरिज सर्टिफिकेट(Marriage Certificate)” होता है। इस सर्टिफिकेट के माध्यम से है हम अनेक प्रकार की सुविधाओं का लाभ उठा सकते है।जैसे जॉइंट  बैंक अकाउंट खुलवाने के लिए, लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसीज हेतु ,इसके अलावा यदि दंपति में से कोई धोखाधड़ी या विश्वासघात करता है है तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के लिए प्रयोग किया जा सकता है। अंततः भविष्य में कभी भी अगर तलाक जैसी स्थिति उत्पन्न होती है तो गुजारा भत्ता प्राप्त करने के लिए मैरिज सर्टिफिकेट(Marriage Certificate) अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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