विवाह के माध्यम से एक स्थिर परिवार की नींव पड़ती है जिसमें दो व्यक्तियों को समाज में पति-पत्नी होने का अधिकार मिलता है। विवाह दो व्यक्तियों, दो दिलों एवं दो आत्माओं का स्थाई मिलन होता है ,विवाह हेतु हर कोई विचार करता है, परंतु वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए हमें विवाह को धार्मिक एवं सामाजिकआधारों…